एशिया कप 2025 फाइनल: भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर रचा इतिहास, तिलक वर्मा और शिवम दुबे बने जीत के नायक
एशिया कप 2025 फाइनल:मैच का पूरा हाल
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में रविवार की रात क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी त्यौहार से कम नहीं थी। एशिया कप 2025 का फाइनल भारत बनाम पाकिस्तान के बीच खेला गया और एक बार फिर टीम इंडिया ने साबित कर दिया कि क्यों उसे एशिया की सबसे सफल टीम कहा जाता है। भारत ने पाकिस्तान को रोमांचक मुकाबले में 5 विकेट से हराकर लगातार चौथी बार और कुल मिलाकर नौवीं बार एशिया कप का खिताब जीत लिया।पाकिस्तान के कप्तान सलमान आगा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया और उनकी टीम ने धमाकेदार शुरुआत की। साहिबजादा फरहान और फखर ज़मान ने 84 रनों की साझेदारी कर भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बना दिया। ऐसा लग रहा था कि पाकिस्तान 180+ का स्कोर बना सकता है, लेकिन तभी खेल का रुख बदल गया।
एशिया कप 2025 फाइनल: भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर रचा इतिहास
एशिया कप 2025 फाइनल: वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव की घातक गेंदबाज़ी
11वें ओवर में वरुण चक्रवर्ती ने फरहान का विकेट लेकर भारत को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद कुलदीप यादव ने अपने तीसरे ओवर में सैम अय्यूब को आउट कर मैच का रुख पलट दिया। कुलदीप ने अपने अगले ओवर में तीन विकेट लेकर पाकिस्तान को बैकफुट पर धकेल दिया। पाकिस्तान की टीम 113/1 से 146 रन पर ऑलआउट हो गई।
कुलदीप यादव: 4 ओवर, 30 रन, 4 विकेट
वरुण चक्रवर्ती: 4 ओवर, 28 रन, 2 विकेट
अक्षर पटेल: 4 ओवर, 24 रन, 2 विकेट
भारतीय गेंदबाज़ी का यह स्पेल आने वाले वर्षों तक याद रखा जाएगा। यह भारतीय स्पिनरों की मास्टरक्लास थी जिसने पाकिस्तान की मजबूत बल्लेबाजी लाइन-अप को धराशायी कर दिया।
एशिया कप 2025 फाइनल: वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव की घातक गेंदबाज़ी
एशिया कप 2025 फाइनल:भारत की बल्लेबाज़ी – 20/3 से चेज़ का मास्टरक्लास
147 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही।
अभिषेक शर्मा – 3 रन
शुभमन गिल – 7 रन
सूर्यकुमार यादव (कप्तान) – 6 रन
20 रन के स्कोर पर भारत ने अपने तीन प्रमुख बल्लेबाज खो दिए थे। स्टेडियम में बैठे भारतीय फैंस की धड़कनें बढ़ गईं लेकिन तभी मैदान पर आए संजू सैमसन और तिलक वर्मा।
एशिया कप 2025 फाइनल: भारत की बल्लेबाज़ी – 20/3 से चेज़ का मास्टरक्लास
एशिया कप 2025 फाइनल: तिलक-संजू की समझदारी भरी साझेदारी
दोनों ने समझदारी से खेलते हुए 57 रनों की साझेदारी की। उन्होंने पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाजों को थकाया, स्ट्राइक रोटेट की और धीरे-धीरे मैच को भारत के पाले में खींच लिया। हालांकि संजू 33 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन तिलक वर्मा ने दबाव झेलते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया। संजू के आउट होने के बाद मैदान पर आए शिवम दुबे और उन्होंने आते ही बड़े शॉट लगाकर दबाव कम किया। 22 गेंदों में 33 रनों की पारी खेलकर दुबे ने तिलक के साथ 50+ रन की साझेदारी की। आखिरी ओवर में 10 रन की जरूरत थी और हरिस रऊफ की पहली गेंद पर तिलक ने छक्का लगाकर भारत को जीत दिला दी।
एशिया कप 2025 फाइनल: भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर रचा इतिहास
एशिया कप 2025 फाइनल: मैच के बाद खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएं
संजू सैमसन: “इंडो-पाक मुकाबले में दबाव बहुत होता है, लेकिन हमने शांत दिमाग से खेला। यह जीत वर्ल्ड कप 2026 से पहले टीम के आत्मविश्वास के लिए बड़ी है।”
शुभमन गिल: “हमने पूरी सीरीज़ में बेहतरीन क्रिकेट खेला। तिलक और दुबे की साझेदारी इस जीत की कुंजी रही।”
कुलदीप यादव: “स्पिन हमेशा से भारत की ताकत रही है। सही लेंथ पर गेंदबाजी करना और विकेट निकालना ही प्लान था।”
मॉर्ने मोर्केल (गेंदबाज़ी कोच): “गेंदबाज़ों ने शानदार काम किया। खासकर कुलदीप और वरुण ने मैच का पासा पलट दिया। शिवम दुबे का ऑलराउंड परफॉर्मेंस भी सराहनीय रहा।”
एशिया कप 2025 फाइनल: Suryakumar Yadav Rubs Salt On Pakistan’s Wounds After Asia Cup Win
एशिया कप 2025 फाइनल: रिकॉर्ड्स और आंकड़े
भारत ने लगातार चौथी बार एशिया कप जीता।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ पीछा करते हुए सभी 9 T20I मुकाबले जीते हैं।
तिलक वर्मा का T20I रन चेज़ औसत – 92.50 (11 पारियां, 370 रन)।
भारत ने 2023 के बाद से मल्टी-नेशन टूर्नामेंट में लगातार 17 T20I मुकाबले जीते हैं।
इस जीत ने साबित कर दिया कि भारत बड़े मैचों का किंग है। मुश्किल परिस्थितियों में भी भारतीय टीम घबराती नहीं बल्कि मजबूत होकर वापसी करती है। तिलक वर्मा, शिवम दुबे, कुलदीप यादव और बाकी खिलाड़ियों का यह प्रदर्शन आने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारत को सबसे मजबूत दावेदार बना देता है।
एशिया कप 2025 फाइनल: भारत ने लगातार चौथी बार एशिया कप जीता।
एशिया कप 2025 फाइनल: NIS क्रिकेट कोच और हेड कोच, टर्मिनेटर क्रिकेट एकेडमी, Md Shabab Qureshi का कहना:
“यह जीत सिर्फ बल्लेबाज़ी या गेंदबाज़ी की नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती की भी जीत है। भारत ने जिस तरह 20/3 से वापसी की, वह युवा खिलाड़ियों के लिए सीखने लायक है। तिलक वर्मा का धैर्य, शिवम दुबे का आत्मविश्वास और स्पिनरों का मैच पढ़ने का कौशल आने वाली पीढ़ी के क्रिकेटरों को यह सिखाता है कि बड़े मैच जीतने के लिए संयम, फिटनेस और सही रणनीति कितनी जरूरी है।”