Asia Cup 2025 सुपर 4: भारत की पारी – शानदार शुरुआत और मजबूत फिनिश
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया और शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया।
अभिषेक शर्मा ने श्रीलंकाई गेंदबाज़ों की जमकर खबर ली और सिर्फ 31 गेंदों में 61 रन ठोक डाले, जिसमें 4 छक्के और 5 चौके शामिल थे।
अभिषेक के आउट होने के बाद तिलक वर्मा (49*) और संजू सैमसन (39) ने मिलकर पारी को संभाला और आखिरी ओवर तक रनगति बनाए रखी।
भारतीय पारी के आखिरी 5 ओवरों में 60 से ज़्यादा रन बने और स्कोर पहुंच गया 202/5 पर। यह स्कोर इस एशिया कप का सबसे बड़ा स्कोर था और मैच को रोमांचक मोड़ देने के लिए काफी था।

Asia Cup 2025 सुपर 4: श्रीलंका की वापसी – निसांका का शतक
लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका ने भी जोरदार शुरुआत की।
पथुम निसांका ने भारत के तेज गेंदबाजों को बेखौफ खेला और शानदार 107 रन बनाए।
कुसल परेरा ने उनका बखूबी साथ निभाया और 58 रन जोड़कर मैच को आखिरी ओवर तक पहुंचा दिया।
जब आखिरी गेंद पर श्रीलंका को 3 रन चाहिए थे, तो उन्होंने 2 रन दौड़े और स्कोर बराबर कर दिया। इससे मैच पहुंच गया सुपर ओवर में – और यहीं से असली ड्रामा शुरू हुआ।

Asia Cup 2025 सुपर 4: सुपर ओवर – अर्शदीप का जलवा और बड़ा विवाद
सुपर ओवर में भारत ने गेंद सौंपी अर्शदीप सिंह को। पहली गेंद पर ही उन्होंने कुसल परेरा को आउट कर भारत को बढ़त दिला दी।
चौथी गेंद पर सबसे बड़ा विवाद हुआ – दासुन शनाका ने बॉल मिस की, संजू सैमसन ने कैच पकड़ा और स्टंप्स पर फेंक दिया।
अंपायर ने पहले कैच आउट का इशारा किया लेकिन रीप्ले में दिखा कि बल्ले से गेंद लगी ही नहीं। इसी बीच श्रीलंका के बल्लेबाजों ने दावा किया कि अंपायर के आउट देने के बाद गेंद डेड हो गई थी, इसलिए रन आउट मान्य नहीं होगा।
रूल 20.1.1.3 के मुताबिक उनका दावा सही था।
हालांकि इसका असर ज्यादा देर तक नहीं रहा – अगली गेंद पर शनाका आउट हो गए और श्रीलंका सिर्फ 2 रन ही बना सका।

Asia Cup 2025 सुपर 4: भारत की आसान जीत और फाइनल की टिकट
भारत को सुपर ओवर में सिर्फ 3 रन चाहिए थे। सुपर ओवर की पहली ही गेंद पर भारतीय बल्लेबाजों ने तीन रन दौड़कर यह मुकाबला जीत लिया। इस जीत के साथ भारत ने एशिया कप 2025 फाइनल में पाकिस्तान से भिड़ंत पक्की कर ली।
यह इस टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान की तीसरी भिड़ंत होगी, इसलिए फैंस में जोश चरम पर है। इस मैच में संजू सैमसन (39 रन) की पारी बेहद अहम रही। उन्होंने मिडिल ऑर्डर में रनगति को बनाए रखा और विकेटकीपिंग में भी शानदार रन आउट का प्रयास किया। यह पारी उनके आत्मविश्वास के लिए बहुत जरूरी थी।
