IND-W vs SA-W:
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 140/0 पर मजबूत खड़ी दक्षिण अफ्रीका को 15 रन से हराया। स्नेह राणा की शानदार गेंदबाजी और टीम इंडिया की जुझारू भावना ने हारा हुआ मैच भी जीत में बदल दिया। जानिए इस ऐतिहासिक जीत की पूरी कहानी।
🇮🇳 जब लग रहा था कि सब खत्म हो गया है, तभी आईं स्नेह राणा – और रच दिया इतिहास!
क्रिकेट को यूं ही ‘अनिश्चितताओं का खेल’ नहीं कहा जाता। भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका महिला वनडे में जब साउथ अफ्रीकी ओपनर्स बिना विकेट गंवाए 140 रन जोड़ चुकी थीं, तब भारत की हार तय मानी जा रही थी। लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जिसने करोड़ों भारतीय फैंस को खुशी से झूमने पर मजबूर कर दिया।
स्नेह राणा, जिनका नाम आज हर क्रिकेट प्रेमी की जुबां पर है, ने अपने शानदार 10 ओवरों में 5 विकेट चटकाकर न केवल मैच का पासा पलटा, बल्कि इस जीत को ऐतिहासिक बना दिया।

IND-W vs SA-W: पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत ने बनाए 276 रन
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय महिला टीम ने संयम और आक्रामकता के बेहतरीन मिश्रण के साथ 276/6 का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।
📋 भारत की प्रमुख बल्लेबाज़ी:
🟢 प्रतिका रावल – 78 रन (लय में दिखीं, क्लास और कंट्रोल दोनों दिखाया)
🟣 हरमनप्रीत कौर – 41 रन (कप्तानी पारी, मिडिल ओवर्स को संभाला)
🔵 जेमिमा रोड्रिग्स – 41 रन (रनिंग बिटवीन द विकेट्स शानदार)
🟡 स्मृति मंधाना – 36 रन (शानदार स्टार्ट, लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल पाईं)
🔴 हरलीन देओल – 29 रन
🟠 ऋचा घोष – 24 रन (तेज़ रन जुटाए अंतिम ओवर्स में)
भारत की पारी में सभी खिलाड़ियों ने अपना योगदान दिया और 50 ओवर में स्कोर को 276 तक पहुंचाया, जो इस पिच पर एक अच्छा टोटल माना गया।

IND-W vs SA-W:🌍 दक्षिण अफ्रीका की तूफानी शुरुआत – लेकिन अंत में लुढ़क गई पारी
जवाब में उतरी दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत धमाकेदार रही। ओपनर तज़मीन ब्रिट्स और कप्तान लौरा वोल्वार्ट ने पहले विकेट के लिए 140 रन जोड़े और भारतीय टीम पूरी तरह बैकफुट पर आ गई थी।
🔥 तज़मीन ब्रिट्स की शानदार शतकीय पारी:
109 रन (107 गेंदों में)
13 चौके और 3 छक्के
वह पहले रिटायर्ड हर्ट हो गईं, लेकिन टीम की मुश्किल में दोबारा मैदान में उतरीं – यह जज्बा भी तारीफ़ के काबिल है।
अन्य बल्लेबाज़ों का प्रदर्शन:
लौरा वोल्वार्ट – 43 रन
लोरा गूडाल – 9 रन
कराबो मेसा – 7 रन
छलोए ट्रायन – 18 रन
सुने लुस – 28 रन (34 गेंद में)
एनेरी डर्कसेन – 30 रन (20 गेंद में)
एक समय ऐसा लग रहा था कि सुने और एनेरी दक्षिण अफ्रीका को जीत दिला देंगी, लेकिन भारत की अनुशासित गेंदबाज़ी ने फिर से मैच को पलटा।

IND-W vs SA-W:🎯 स्नेह राणा – संकट की घड़ी में संकटमोचक
स्नेह राणा ने जिस अंदाज में गेंदबाज़ी की, वह किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं था। मैच लगभग हाथ से निकल चुका था, लेकिन उनके एक ओवर ने मैच की दिशा और दशा दोनों बदल दी।
📈 राणा का स्पेल:
10 ओवर
43 रन
5 विकेट
एक ही ओवर में 3 विकेट लेकर मैच को भारत के पक्ष में कर दिया।
उनकी गेंदबाज़ी में कंट्रोल, क्लास और कॉन्फिडेंस – तीनों का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिला।
🏆 अन्य गेंदबाज़ों का योगदान भी अहम
दीप्ति शर्मा – 1 विकेट
चरानी नल्लापुरेडी – 1 विकेट
अरुंधती रेड्डी – 1 विकेट
2 रन आउट भी मैच के टर्निंग पॉइंट साबित हुए।
🧠 मैच से सीख – क्रिकेट कभी खत्म नहीं होता जब तक आखिरी गेंद न डाली जाए!
इस मैच ने साबित कर दिया कि भारतीय महिला टीम में अब दम है, और वो किसी भी परिस्थिति से मुकाबला कर सकती है। चाहे विरोधी टीम का स्कोर 140/0 हो या 200/3, जब तक आत्मविश्वास और रणनीति साथ हो – तब तक कुछ भी मुमकिन है।

IND-W vs SA-W:निष्कर्ष:-
यह मैच सिर्फ जीत की कहानी नहीं थी, यह हौसले, आत्मबल और कभी हार न मानने की भावना का जश्न था। स्नेह राणा की ये परफॉर्मेंस आने वाले सालों में याद रखी जाएगी और युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।
