नागपुर टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को करारी मात देने के बाद भारत ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में भी ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ही भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भी अपने नाम कर ली है। इस साल बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने के साथ ही टीम इंडिया ने इतिहास भी रच दिया है। अरुण जेटली स्टेडियम में मिली जीत के साथ ही भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर लगातार चौथी बार कब्जा किया। करीब 26 साल से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी सीरीज खेली जा रही है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी टीम ने लगातार चौथी बार इस ट्रॉफी पर कब्जा किया हो।
रविन्द्र जडेजा का कमाल
वैसे तो क्रिकेट टीम गेम है, लेकिन एक ऐसा खिलाड़ी है जिसके आते ही भारतीय टीम की ताकत दोगुनी हो जाती है। जी हां, उनका नाम सर रवींद्र जडेजा है। ऑपरेशन कराने के बाद कई महीने क्रिकेट से दूर रहे भारतीय आलराउंडर ने आते ही आस्ट्रेलिया के विरुद्ध दो मैचों में 96 रन और 17 विकेट लेकर भारत को चार मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त दिला दी है। लगातार दो मैचों में प्लेयर आफ द मैच रहे जडेजा ने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी (42 रन पर सात विकेट) करके रविवार को मैच के तीसरे दिन ही छह विकेट से जीत दिला दी। बाकी तीन विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिए। इसी के साथ भारत ने बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी बरकरार रखी और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए भी लगभग क्वालीफाई कर लिया है। नियमों के मुताबिक, सीरीज बराबरी पर छूटने के बाद ट्राफी पिछली सीरीज जीतने वाली टीम को सौंपी जाती है। आस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन की शुरुआत 62/1 के स्कोर के साथ की और उसने 86 रन दो विकेट के नुकसान पर बना लिए थे। निश्चित तौर पर टीम इंडिया की चिंता बढ़ गई थी लेकिन मेहमानों ने बाकी के आठ विकेट सिर्फ 28 रन पर ही गंवा दिए। भारत को 115 रनों का लक्ष्य मिला। खराब लय में चल रहे लोकेश राहुल (1) फिर कुछ नहीं कर सके। हालांकि कप्तान रोहित शर्मा, 100वां टेस्ट खेल रहे चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और विकेटकीपर कोना भरत ने आस्ट्रेलियाई टीम को बताया कि भारतीय पिच में कैसे बल्लेबाजी की जाती है और टीम को आसान जीत दिलाई। सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच इंदौर में एक मार्च से खेला जाएगा।
डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के करीब भारतीय टीम
दूसरा टेस्ट मैच जीतने के बाद भारतीय टीम ने सात से 11 जून तक इंग्लैंड के ओवल स्टेडियम में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में लगभग क्वालीफाई कर लिया है। डब्ल्यूटीसी तालिका में आस्ट्रेलिया 66.67 अंक प्रतिशत के साथ पहले, जबकि भारत 64.07 अंक प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर पर है। अगर भारत आखिरी दो मैच हार जाता है तो उसका अंक प्रतिशत 56.94 हो जाएगा। दो ड्रा पर यह 60.65 हो जाएगा। इसके अलावा श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच दो मैचों की सीरीज पर नजर रहेगी। अगर श्रीलंका दोनों मैच जीतती है तो उसका अंक प्रतिशत 61.11 हो जाएगा। अगर श्रीलंका सीरीज 1-0 से जीतती है तो उसका अंक प्रतिशत 55.55 रहेगा जो 56.94 से कम होगा। ऐसे में भारतीय टीम क्वालीफाई कर लेगी। आस्ट्रेलियाई टीम एक ही स्थिति में फाइनल से बाहर हो सकती है। अगर वह दोनों मैच हारे और श्रीलंका 2-0 से सीरीज जीते। श्रीलंका के फाइनल में पहुंचने का भी मौका है। उसे दोनों मैच जीतने होंगे और उम्मीद करनी होगी कि भारत-आस्ट्रेलिया सीरीज 3-0 और 3-1 पर खत्म न हो।
विराट ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज 25000 रन पूरे किए
पूर्व कप्तान विराट कोहली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेजी से 25,000 रन पूरे करने वाले खिलाड़ी बने। भारतीय टीम जब लक्ष्य का पीछा कर रही थी तब आठ रन पर बल्लेबाजी कर रहे कोहली ने पारी के 12वें ओवर में नाथन लियोन के खिलाफ चौका जड़ कर यह उपलब्धि हासिल की। कोहली के करियर का यह 492वां अंतरराष्ट्रीय (टेस्ट, एकदिवसीय और टी-20 मिला कर) मैच था। इस मुकाबले से पहले वह 25,000 रन के आंकड़े से 52 रन दूर थे। उन्होंने पहली पारी में 44 जबकि दूसरी पारी में 20 रन बनाए । कोहली के नाम अब 25,012 अंतरराष्ट्रीय रन हैं। 34 साल के कोहली ने 2008 में भारत के लिए पदार्पण किया कोहली ने सचिन के भारतीय रिकार्ड पारियों में यह कारनामा किया था। अधिक का रहा है। था। उन्होंने अपनी 549वीं पारी में इस को तोड़ दिया है। इस मामले में दूसरे उपलब्धि को हासिल किया। तेंदुलकर नंबर पर रिकी पोंटिंग हैं जिन्होंने ने 25000 रन पूरे करने के लिए 577 560 मैच में 25000 रन बनाए थे। पारियां ली थीं जबकि पोंटिंग ने 588 इस दौरान कोहली का औसत 53 से अधिक का रहा है।
आखिरी दो टेस्ट और वन-डे मैच के लिए टीम घोषित, केएल राहुल को उपकप्तानी के पद से हटाया
बार्डर गावस्कर सीरीज के बाकी दो टेस्ट मैचों के लिए रविवार को भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई। चयनकर्ताओं ने टीम में कोई बदलाव नहीं किया है। लंबे समय से आउट आफ फार्म चल रहे केएल राहुल को टीम में बरकरार रखा गया है। हालांकि पहले दो टेस्ट के लिए राहुल को उपकप्तान बनाया गया था, लेकिन अगले दो टेस्ट में उनके नाम के आगे से उपकप्तान हटा दिया गया है। इसके साथ ही चयनकर्ताओं ने आस्ट्रेलिया के विरुद्ध वनडे टीम की भी घोषणा की है। यहां भी राहुल को जगह दी गई है। लेकिन जहां पहले उन्हें टीम में विकेटकीपर के तौर पर शामिल किया गया था, अब केवल इशान किशन को विकेटकीपर के तौर पर दिखाया गया है। इससे संकेत मिल रहे हैं कि राहुल की फार्म को लेकर टीम प्रबंधन संतुष्ट नहीं है और उन्हें प्रबंधन एक और मौका देना चाहता है।
अगर वह आगे भी प्रदर्शन करने में नाकाम रहते हैं तो चयनकर्ता उनकी जगह किसी और खिलाड़ी के नाम पर विचार कर सकते है।
तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट की भी टीम में वापसी हुई है। दरअसल, सौराष्ट्र का यह गेंदबाज शुरुआती दो टेस्ट मैचों में भारतीय टीम में शामिल थे, लेकिन रणजी ट्राफी फाइनल के लिए उन्हें रिलीज किया गया था। टेस्ट सीरीज के बाकी दो टेस्ट इंदौर और अहमदाबाद में खेले जाएंगे। वहीं तीन मैचों की वनडे सीरीज 17 मार्च से शुरू होगी। रोहित पहले वनडे में पारिवारिक कारणों से पहला वनडे नहीं खेलेंगे। उनकी जगह हार्दिक कप्तानी करेंगे।
तीसरे और चौथे टेस्ट के लिए टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल, शुभमन गिल, विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, केएस भरत, इशान किशन, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, उमेश यादव और जयदेव उनादकट।
वनडे टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली. श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, केएल राहुल, इशान किशन, हार्दिक पांड्या, रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, वाशिंगटन सुंदर, युजवेंद्रा सिंह चहल, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल और जयदेव उनादकट।